

बीते कई वर्षों में सैकड़ों पशुओं की मौत और गम्भीर सड़क दुर्घटनाओं के बाद भी प्रशासन गहरी नींद में है।हालत यह हो गई कि इन मामलों को लेकर हाईकोर्ट को विशेष पहल करनी पड़ी,लिहाजा पिछले दिनों हाई कोर्ट के विद्वान न्यायाधीशों के निर्देश के बाद औपचारिकता निभाने दिखावे की कार्यवाही की गई वह भी हाईकोर्ट रोड और शहर के कुछ हिस्सों में।लेकिन शहर से बाहर निकलने पर ये मवेशी बीच सड़कों में बैठे हर किसी को नजर आ जाएंगे।ग्रामीण स्तर पर ग्राम सचिवों को दिया गया निर्देश पूरी तरह बेअसर हो गया है, ग्राम सचिव इस कार्य में रुचि नही ले रहे।जबकि पशु मालिक की पहचान आसान है, पशु के कान में लगे टेग से मालिक की पहचान हो जाती है।हाल ही में एक हजार व पाँच सौ रुपये की जुर्माना राशि तय की गई है ताकि पशु मालिकों पर सख्ती बरती जा सके।बीच सड़क पर बैठे मवेशियों की वजह से रोज दुर्घटनाएं हो रही हैं जिसमे ना सिर्फ मवेशी मारे जा रहे बल्कि आम जनता को भी नुकसान उठाना पड़ रहा है।जरूरत है प्रशासनिक तौर पर हाईकोर्ट के निर्देश का ईमानदारी से पालन करने का ताकि रोज हो रही दुर्घटनाओं पर अंकुश लगाया जा सके।

